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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance Tragedy

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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance Tragedy

सनम तू ही है

सनम तू ही है

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रात पूनम की वही है,

रात का मिज़ाज भी वही है,

मुझको ईश्क में ड़ूबानेवाली,

रुप की रानी सनम तू ही है।


तेरी तिरछी आंखे वही है,

पलकों के इशारे भी वही है,

नज़र से नज़र मिलाकर मुझको, 

घायल करनेवाली सनम तू ही है।


तेरा निखरता यौवन वही है,

नखराली चाल भी वही है,

मुझ को मदहोंश बनानेवाली,

ज़ाम की प्याली सनम तू ही है। 


तेरे दिलकी धड़कन वही है,

सांसो की सरगम भी वही है,

मेरे सूरमें सूर मिलाकर ईश्ककी,

गज़ल गानेवाली सनम तू ही है।


तेरा मिलने का समय वही है,

मिलने का ठिकाना भी वही है,

"मुरली" को ईश्क में धोखा देनेवाली,

अरे ओ! बेवफ़ा सनम तू ही है।



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