सनकी बूढ़ा पेड़
सनकी बूढ़ा पेड़
कौन रूपसी है
जिसने योगी का मौन
वाचाल बनाया
व्यंग्य की धार
और तल्ख अंदाज़ के लिए ख्यात
तपते सूरज के ताप को
रिमझिम फुहार
प्यार की मनुहार
रुनझुन तान बनाया
सुनो उर्वशी !
इतना आसान नहीं है
इस हठी बूढ़े
सनकी ऋषि को संभालना
अब भी लौट जाओ।
पीले खड़खड़ पत्तों में
हरियाता पान
बेहद कड़ा होता है !