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संघर्ष

संघर्ष

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ज़िन्दगी की राह आसान नहीं,

सुख दुःख रहते साथ नहीं।


यह तो प्रातः की सुख बेला है,

किसने कहा की तू अकेला है,

जब तक है तेरे साथ आशा,

दूर होगी हर निराशा।


माना अभी हालात प्रतिकूल हैं,

राह में बिछे शूल हैं,

तू उठ और संघर्ष कर,

विपत्तियों से बिलकुल ना डर।


छट जायेंगे दुःख के ये बादल,

होगा सवेरा नव नूतन,

तू कभी निराश ना होना,

उम्मीद की आशा कभी ना खोना।


क्योंकि ए दोस्त....


ज़िन्दगी की राह आसान नहीं,

सुख दुःख रहते साथ नहीं।


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