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Asha Joshi

Drama Others

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Asha Joshi

Drama Others

जन्मदिन

जन्मदिन

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जन्म तेरा हो गया है,

इक सवेरा हो गया है।


तुझसे ही तो इस जगत ने,

सीखा गम में मुस्कुराना,

है हँसी तेरी कुछ ऐसी,

ज्यो मिले कोई खज़ाना,

देख जिसको आज मेरा,

मन भी आखिर खो गया है,

जन्म तेरा हो गया है।


होठ तेरे हैं सरोवर,

है मिले तुझको कई वर,

गाल तेरे प्राण प्यारे,

नैन तेरे तीर मारे,

आज उनके बेधने से,

दिल ये जख्मी हो गया है,

जन्म तेरा हो गया है।


रूप की मधुशाला है तू,

चलता फिरता प्याला है तू,

जिसकी इक इक बूँद हेतु,

तरसूँ मैं वो हाला है तू,

छा रही मुझ पर खुमारी,

दिल शराबी हो गया है,

जन्म तेरा हो गया है।


फेफड़े में सांस है तू,

मेरे दिल के पास है तू,

और क्या तुझको बताऊँ,

ये नशीली रात है तू,

जागती तू मेरे दिल में,

पर जमाना सो गया है,

जन्म तेरा हो गया है।


नाम तेरा हुआ आशा,

तू बनी मेरी पिपासा,

सुन ले मेरी प्रेमवाणी,

पढ़ ले दो नैनो की भाषा,

आज तेरे गेसुओं में,

मुझको कुछ-कुछ हो गया है,

जन्म तेरा हो गया है।


ये दिवस सौ बार आये,

मुझे यूँही प्यार आये,

जिंदगी के फलसफे में,

सफलता का रंग छाये,

देखता हूँ नाम तेरा,

विश्व सार्थक हो गया है,

जन्म तेरा हो गया है।


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