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Kusum Lakhera

Action Inspirational

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Kusum Lakhera

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संघर्ष पथ

संघर्ष पथ

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जीवन रथ पर आरूढ़ मानव ...

यदि कर्म को नहीं अपनाएगा !

तो निश्चिंत ही वह अपने लक्ष्य,

को कभी अपने पास नहीं पाएगा !

यह तो सत्य है कि कर्म ही है पूजन ,

कर्म ही है दर्शन .......कर्म ही है विचार !

बिन कर्म के ....शून्य सा ..जीवन ..निस्सार !

बिन उद्देश्य ...दिशाहीन मानव बस..

दिग्भर्मित हो जाता है !

पर जिसको पता है कर्म के महत्व का,

वह संघर्ष का पथ अपनाता है ।

जो कर्मवीर योद्धा होता है वह मुश्किलों,

में भी मुस्कुराता है ।

यदि असम्भव से असम्भव कार्य भी हो तो,

वह अपने हौसलों से पर्वत को भी झुकाता है !

है इस जीवन का फ़लसफ़ा भी कि ...

जो मुश्किलों के तूफानों से भी लड़ता है !

वही अपनी मंजिल को भी पाता है,

जो अपने जज़्बे से काँटों में भी चलता है !

जो संघर्ष पथ पर भी कोशिश के दामन को

पकड़ता है !

उसके भाग्य का सूरज ..फिर कभी नहीं ढलता है !

उसका कर्मठ भाव भविष्य में उसको पुरस्कृत करता है !



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