समय
समय
तेरे साथ जो खुद बदल जाए
बुद्धिमान वो कहलाए
न्याय अन्याय बखूबी पहचाने
भूत भविष्य सब जाने।
जानकर भी अनजान बना रहे
हमेशा हरदम शांत रहे
तुझ पर जग आँखे टिकाए
असहाय उम्मीद लगाए।
कहते हैं लोग बदलता है तू
एक न एक दिन बदला लेता हे तू
कभी किसी का रहा न सगा तू
कभी किसी के लिए न ठहरा हे तू।
कभी निभाए साथ हमारा
कभी बन जाए बेगाना
इतिहास के पन्ने भी पलट दे
एक पल में राजा को रंक कर दे।
तुझसे नज़र न कोई मिला सके
रहता हमेशा सबसे आगे
पल में बिगाड़े बनाए काम
नहीं करता कभी आराम।
ऋषि मुनि भी तुझसे हारे
ज्ञानी के छक्के छुड़ाए
माना कि बलवान हे तू
सत्य क्या है जानता है तू।
समय तू सब पर आए
आए जब कहर बरपाए
तेरी मार से हर कोई डरे
मन में तेरा ख़ौफ़ धरे।