शुक्र है कि उसने...
शुक्र है कि उसने...
शुक्र है कि उसने आईना दिखा दिया।
कई रोज़ बाद यूं ख़ुद से मिला दिया।
भटक रहे थे इन नये शहरों में हम।
पुरानी एक गली ने घर बता दिया।
समय है रुका हुआ उन पगडंडियों पर।
देखो तुमने फिर धड़कना सिखा दिया।
मै जो अब मै हूं और तुम जो अब तुम हो।
वक्त ने दोनों को अब एक सा बना दिया।