STORYMIRROR

chandraprabha kumar

Classics

3  

chandraprabha kumar

Classics

श्री गणेश

श्री गणेश

1 min
205

पंच उपास्य देवोंमें से एक श्री गजानन,

आदि गणेश प्रकटे करें विघ्न नाशन। 

गणों के अधिपति गणनायक कहलाये,

गणेश ज्ञान के दाता बुद्धि प्रदाता देव।

क्षुद्र अधोभाग विशाल उर्ध्वभाग स्वामी,

प्रथम पूजा के शुभ कार्य में अधिकारी। 

प्रचुर बुद्धि हो और हो आभ्यान्तरिक शम,

वाहन मूषक से भी काम चले उत्तम।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics