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chandraprabha kumar

Classics

4  

chandraprabha kumar

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शक्ति उपासना

शक्ति उपासना

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 शक्ति उपासना का पर्व

नव उत्साह संचार करे,

शिव प्राप्ति हेतु कठोर तप,

किया गिरिनन्दिनी गिरिजा ने।


हुई तपस्या सफल

महादेव प्रगटे स्वयं,

तब अपर्णा लज्जावनता

न जा सकी न रुक सकी। 


उग्र तप से शिखरवासिनी ने 

पशुपति को पाया पतिरूप में, 

कहा महादेव ने हुआ दास तुम्हारा 

स्व तपस्या से किया क्रीत तुमने।


कालिदास की अमर लेखनी

कुमारसंभव में निबद्ध हुई,

संरचना हुई महाकाव्य की,

उपमा कालिदास की विशिष्ट हुई।


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