शीर्षक :- मुस्कान ..
शीर्षक :- मुस्कान ..
खामोशियों को रफू कर के, मुस्कान का लिबास पहना जाता है,
जिंदगी को जिंदा दिली के, रंगो से यूं ही भरा जाता है।
शिकवे, शिकायतें, बहुत है, जिंदगी के कोलाहल में,
सुकून मुस्कुराहट ही देती है, माथे की शिकन की हलचल में।
कभी बोलना भी, मुख्तसर काम नहीं आता,
एक बार मुस्कुराकर देखना बेहतर है, ऐसी कई मुलाकातों से,
मुस्कुराहट हर हाल में शफा होती है, भूल ना जाया करो,
दौर कैसा भी हो? बस बेखौफ मुस्कुराया करो।
