अपना ज़माना आप बनाते हैं अहले-दिल, हम वे नहीं कि जिसको ज़माना बना गया.. इन पंक्तियो मे मुझे मेरा अक्स दिखता है।
विभिन्न मात्राओं से अलंकृत, शब्द, अर्थ, संधियों से सुसज्जित विभिन्न मात्राओं से अलंकृत, शब्द, अर्थ, संधियों से सुसज्जित
हर बार तुम्हारे नजरिये को जायज ठहराऊँ ये जरूरी तो नहीं। हर बार तुम्हारे नजरिये को जायज ठहराऊँ ये जरूरी तो नहीं।
परमात्मा ने भी कर्मों का हिसाब छोड़ दिया, वक्त के सबल हाथों के सम्मान में। परमात्मा ने भी कर्मों का हिसाब छोड़ दिया, वक्त के सबल हाथों के सम्मान में।
सारथी हूं मैं तेरे प्रयासों के रथ का, जिसकी मंजिलें अभी और बाकी है। सारथी हूं मैं तेरे प्रयासों के रथ का, जिसकी मंजिलें अभी और बाकी है।
सुन जिंदगी ! तेरी ठिठोलियां मुझे,अक्सर उदास कर जाती है। सुन जिंदगी ! तेरी ठिठोलियां मुझे,अक्सर उदास कर जाती है।
अंजाना सा मन क्यों बांध रखा है, देखो सखी बाहर कौन खड़ा है? अंजाना सा मन क्यों बांध रखा है, देखो सखी बाहर कौन खड़ा है?
सुनो मीठु ,बांध लो गांठ, की पेड़ हमें अधिक से अधिक लगाने है, अगर जीना है इस जग में तो, सुनो मीठु ,बांध लो गांठ, की पेड़ हमें अधिक से अधिक लगाने है, अगर जीना है इस ज...
जो उसकी बख्शी मासूमियत से, जीवन के हर पल को संभाल ले जाता है। जो उसकी बख्शी मासूमियत से, जीवन के हर पल को संभाल ले जाता है।
कब तक सशक्त नारियों की कथा,उपेक्षित रखी जाती रहेगी। कब तक सशक्त नारियों की कथा,उपेक्षित रखी जाती रहेगी।
अपनी नजरिये, समझ, से लोग रिश्तों का सफर निभाते है, अपनी नजरिये, समझ, से लोग रिश्तों का सफर निभाते है,