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नमिता गुप्ता 'मनसी'

Abstract Fantasy Inspirational

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नमिता गुप्ता 'मनसी'

Abstract Fantasy Inspirational

सहेजना भी..बिखेरना भी

सहेजना भी..बिखेरना भी

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सहेजने दो "कुछ पलों" को

मुट्ठियों में

यूं ही..

उम्र भर के लिए ,

कि जरूरी है उनका

ठहर जाना ही !!


..और

बिखर जाने दो

"कुछ को" यूं ही

रेत सा ,

कि कब तक सहेंगे

चुभन उनकी !!



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