सफ़र
सफ़र
बहुत बिखेर चुके मुस्कुराहटें जहां में,
बस अब ये सफर भी चलते जाना है।।
ये जिंदगी थम भी जाये या चलती रहे
या अंतिम पड़ाव किसने जाना है।।
स्मृतियों में तो सजा लेना मेरे दोस्तों,
बस इतना ही काफी है फकत 'शुभ्रा'
मेरा ये सफर आसान हो जाएगा।
बस एक बार मेरे नाम से मुस्करा देना।
