सौहार्द प्रेम का
सौहार्द प्रेम का


परिवार में प्रेम सौहार्द बना रखना,
अपनों के साथ सदा मिलकर रहना !
धन दौलत तो आनी जानी चीज़ है,
रिश्तों में दिल का बंटवारा मत करना !
मन की खुशी व शान्ति तभी मिलती है,
जब सब आपस में सीखते हैं मुस्कुराना!
जीवन भर के लिए यह गांठ बांध रखना,
कि अपनों का साथ है सबसे बड़ा गहना !
दुनिया जहां की बातों पर कान मत धरना,
भेदभाव से परे रहकर मन से सदा एक रहना!