साथी
साथी
डॉक्टर साहब ! आपके निस्वार्थ सेवा का
सुफल हमारे परिवार को
बेहतर बनाने में
उस अमूल्य दिव्य-बीज सरीखा पूर्ण उद्यम से
हमारे भविष्य की हरियाली और
आगे का रास्ता
निर्माण करने में...
हमें स्वयं को पुनः
सशक्त एवं समर्थ रूप देने में
अपनी अग्रणी भूमिका निभाने के लिए
आप के दोनों हाथों को
हमारा कोटि-कोटि नमन...!!
कोटि कोटि नमन...!!
अगर आपने हमें
प्रेरणा के स्रोत का
जीवनदायिनी जल
नहीं दिलाते...
आज हम शायद
निराशा की उस कालकोठरी में
अपने अनिश्चित भविष्य का
सर्वनाश ही कर दिए होते...!!!
मगर, डॉक्टर साहब ! आपने हमें
निरंतर प्रयास करते रहने की
सीख दी है...
जो कि हमारे लिए
सबसे अच्छी सौगात है...!
