हिंदुस्तान
हिंदुस्तान
इनायत उस खुदा की है कि हम पहचान लेते है,
कहाँ गद्दार बसते है वो मिट्टी जान लेते है।
लहू बहता जहाँ हर ज़िंदगी का सर कलम होता,
जनावर वो बशर होता जो निश्छल जान लेते है।
अज़ल तलवार रखते है रक़ीबों से बचाने हम,
नहीं चुनते कोई पत्थर हीरो की ख़ान लेते है।
खुदा के दिल में भारत है ज़मीं की शान है इंसां
अगर दुश्मन उठा ले आँख तोपें तान लेते है।
वो हिंदुस्तान में रहता जिन्हें दिल से मुहब्बत हो,
ज़मीं की होड़ हो जिनको वो रेगिस्तान लेते हैं।
हमी यूँ खो गये इतना मुहब्बत यादों में तेरी,
मुहब्बत को ही हम अपना पता अब मान लेते है।
