वैद्यकीय क्षेत्र की दुर्दशा को उजागर करनेवाली कविता वैद्यकीय क्षेत्र की दुर्दशा को उजागर करनेवाली कविता
मैं ही ढाल बन तुम्हारी ज़िंदगी और मौत के बीच खड़ा हूँ ! मैं ही ढाल बन तुम्हारी ज़िंदगी और मौत के बीच खड़ा हूँ !
जान बचाने को तत्पर वो हैं हमारे डॉक्टर। जान बचाने को तत्पर वो हैं हमारे डॉक्टर।
व्यवसायिक शिक्षा की परीक्षा पास करेंगे अभियन्ता, डॉक्टर वकील बन बनेंगे। व्यवसायिक शिक्षा की परीक्षा पास करेंगे अभियन्ता, डॉक्टर वकील बन बनेंगे।
मौत को चकमा दे के जान बचाने वाला मसीहा है वो, धरती पे दूसरा भगवान है वो। मौत को चकमा दे के जान बचाने वाला मसीहा है वो, धरती पे दूसरा भगवान है वो।
शहीदों के साथ डॉक्टरों के महामारी के बलिदान को भी याद करें, शहीदों के साथ डॉक्टरों के महामारी के बलिदान को भी याद करें,