सात फेरे
सात फेरे
बढ रहें हैं दो अजनबियों के कदम ,
लेने को सात फेरों के सातों वचन,
दोनो के दिलों में है ये उलझन,
क्या निभा पाएंगे हम सात फेरों के सातों वचन।
मैं रूठूं तो तुम मना लेना,
तुम रूठों तो मैं मना लूंगी,
ऐसे बन जाएंगे हम हमदम ,
निभा लेंगे सात फेरों के सातों वचन।
हो अगर गलती समझाकर माफ कर देना तुम,
तुमसे हुई गलती मैं समझाकर माफ कर दूँगी,
ऐसे बन जाएगा हम हम दर्द,
ओर निभा लेंगे सात फेरों के सातों वचन।
ना मैं तुमसे कोई राज रखूँगी,
ना तुम मुझसे कोई राज रखना,
ऐसे बन जाएंगे हम हमराज,
ओर निभा लेंगे सात फेरों के सातों वचन।
मैं तुम्हारे परिवार की बेटी बन जाऊँगी,
तुम मेरे परिवार का बेटा बन जाना,
ऐसे बन जाएंगे हम सम्बंध,
ओर निभा लेंगे सात फेरों के सातों वचन।
जिंदगी के सफर में जब मैं
थक जाऊं तुम मेरा हाथ थाम लेना,
तुम तक जाओ तो मैं तुम्हारा हाथ थाम लूँगी।
ऐसे बन जाएंगे हम हमसफ़र ओर
निभा लेंगे सात फेरों के सातों वचन।
दुनिया की भीड़ में तुम बन जाना मेरा साया,
ओर मैं बन जाऊं तुम्हारा सारा,
ऐसे बन जाएंगे हम हम साया,
ओर निभा लेंगे सात फेरों के सातों वचन।
रिश्ते के बंधन में ना मैं कभी मेरा मेरा करुंगी,
ना तुम कभी मेरा मेरा करना,
क्यों कि अब बन जाएंगे हम
"हम"ओर निभा लेंगे सात फेरों के सातों वचन।