साँसे शेष ...
साँसे शेष ...
साँसे
हाँ साँसे...!
बस वही चल रही हैं
रस्म अदायगी ही शेष है
वो देख रहे हो
वहाँ उस शख़्स को
उसकी भी साँसे चल हैं
संसार से नाता टूट चूका है
पर...
इस जहां से कब टूटेगा
ख़बर नहीं
वह हो कर भी नहीं है
बस...
अभी साँसे शेष है
वो नहीं..!!