रूहों का रिश्ता
रूहों का रिश्ता
मैंने पूछा उससे दोस्ती क्या है
उसने जवाब दिया प्यार का एक रूप है
मैंने पूछा उससे फिर प्यार क्या है
उसने जवाब दिया रब का दूसरा नाम है
मैंने फिर सवाल किया उससे रब है
क्या तेरी नज़रों में
उसने हँसकर मुझे जवाब दिया मेरे लिए तो
तू ही मेरा रब है तू ही मेरी कायनात है
मैंने फिर पूछा उससे कि फिर तुम प्यार में
दर्द क्यों देते हो
उसने कहा उदास होकर कि जब तक
प्यार में रब दर्द नहीं देता तो प्यार का एहसास
नहीं होता प्यार का कोई मज़ा नहीं होता
दिलो के रिश्ते तो अक्सर टूट जाते है
हम दोनों का रिश्ता तो रूहों का है
जो सारी दुनिया सारी क़ायनात मिलकर
भी तोड़ नहीं सकती
प्यार हमारा है सच्चा ये हमको किसी को
बताने की जरूरत नहीं
हम दोनों एक दूजे के हर राज़ जानते है
दिलो की धड़कनों को हम पहचानते है
इतना ही काफी है
प्यार तुमसे हम करते है इसका इकरार
हम करते है
अपना हर वादा हर कसम हम तेरे नाम
करते है
इंतजार तेरा हमको इस जनम ही नहीं
सातों जनम करेंगे
रूहों का ये बंधन हम हर युग में निभाएंगे