रुकना मुमकिन नहीं
रुकना मुमकिन नहीं
इन पथरीली राहों पर चलते जाना है
ये जिंदगी तो सफर और यादों का फसाना है ।
दिल टूटे तो थाम के उम्मीद का दामन
भरोसा खुद पर और उस खुदा पर करते जाना है।
जरूरी तो नहीं जिसे चाहो वो भी आपको चाहे टूट कर,
मुकम्मल ना हो चाहत फिर भी यार पर मरते जाना है।
ना उम्मदी के अंधेरे में ना खोने दो अपने अक्स को
सपनों के चिरागों से दिल को रोशन करते जाना है।
जो मानो तो जिंदगी बहुत रंगीन बहुत हसीन है
जो ना समझो तो बस उम्मीदों के सहारे जीने का बहाना है ।
कोई भी नहीं है साथ तेरे हरवक्त हरदम प्यारे
कोई साथ आके देगा खुशियों की दस्तक दिल में
तो किसी को साथ छोड़ कर जाना है।
