रंजिश
रंजिश
दिल में नफरत प्यार की नुमाइश होती है
वक़्त पर ही वादों की आज़माइश होती है
मुल्क़ में आग लगा रहे मज़हब के नाम पर
लहू के रिश्तों में धोखे की गुंजाईश होती है
हिदायत में बेशक दोस्त ही ग़लती है बताते
दुश्मन के मुख से अक्सर सिताइस होती है
खामोशी तोड़ दे आपसी रंजिश छोड़कर
गुफ़्तगू से जुड़ने की फिर भी गुंजाईश होती है
करे मुश्किलात का सामना हम साथ मिलकर
'मैं' के घर में तो अना की पैदाइश होती है।।