रिमझिम रिमझिम वर्षा
रिमझिम रिमझिम वर्षा
रिमझिम रिमझिम वर्षा आई
चारों ओर हरियाली छाई
मौसम को खुशनुमा बनाने
प्यारी वर्षा ऋतु आई।।
कोयल मोर पपीहा बोले
कानों में सब के रस घोले
डाली डाली झूमे पेड़ों की
मनभावन वर्षा ऋतु आई।।
कागज की नाव बनाकर
बच्चे खेले पानी में जाकर
प्रकृति का श्रृंगार करने
देखो वर्षा की ऋतु आई।।
काले काले बादल आए
ठंडी हवा के झोंके लाए
धरती की सारी तपन मिटाने
वर्षा ऋतु का मौसम आए।।