संविधान पिता (अम्बेडकर)
संविधान पिता (अम्बेडकर)
भीम राव नाम उनका
पिता वो संविधान के
छुआ छूत भगाई जिसने
इंसान वो महान थे।
छुआ छूत खुद सहकर
उसे चमत्कार कर डाला
3 साल के अंदर
भारत का संविधान लिख डाला
पढ़ने गए वो लंदन
फिर भी भारत को ही पूजा
उनके जैसा भारत में
ना कोई दूजा होगा
धर्म उनका बौद्ध
और मन थी चिंगारी
हम सब लोगों को
अधिकार दिलाने की थी ठानी
भारत रत्न मिला उनको
काम किए कुछ ऐसे
सबके हित की बात करे
इंसान थे वो ऐसे।
वो भारत के संविधान पिता
न उनके जैसा दूजा होगा
फिर एक बार बाबा साहब को
भारत में आना होगा
शब्द नहीं "धीरू" के पास
कैसे करे उनका धन्यवाद
बस एक सपना देखा मैंने
भारत मेरा आबाद रहे
ये भारत जिंदाबाद रहे
बाबा साहब जिंदाबाद रहे।
