लक्ष्मी बाई [एक अमर कहानी]
लक्ष्मी बाई [एक अमर कहानी]
1 min
279
ये गाथा है एक नारी की
अवतार वो काली माई की
नाम है उसका लक्ष्मी बाई
झाँसी की वो रानी थी
काशी में वो पली बढी
व्याह कर वो आई झांसी को
नानी याद दिला दी थी
उसने गोरी चमड़ी वालों को।
जब गोरी चमड़ी वालों ने
भारत का अपमान किया
देश के ख़ातिर लड़ने को
उसने काली का अवतार लिया
दुश्मन भागे ऐसे जैसे
लगने वाली हो फांसी
और रण में काली ऐसे नाची
मौत फिरे प्यासी प्यासी
वो मर कर भी अमर हुई है
उनका बालिदान व्यर्थ न जाएगा
युगों तक ये झांसी मेरा
उनके नाम से जाना जाएगा
शीश नवाता है "धीरू"
ऐसी एक बालिदानी को
नानी याद दिला दी थी
जिसने गोरी चमड़ी वालों को।