जो शक करते थे कल तक, उन्होंने आज कांधों पर बैठा लिया। जो शक करते थे कल तक, उन्होंने आज कांधों पर बैठा लिया।
मातृभूमि के लिये वीरांगना ने पाई वीरगति, ऐसी महान हस्ती थी रानी दुर्गावती। मातृभूमि के लिये वीरांगना ने पाई वीरगति, ऐसी महान हस्ती थी रानी दुर्गावती।
तुम्हें देश की ऐसी विरांगना के बारे में बताते। तुम्हें देश की ऐसी विरांगना के बारे में बताते।
देश रक्षा के लिए जान कुर्बान ये शपथ में करती हूँ। देश रक्षा के लिए जान कुर्बान ये शपथ में करती हूँ।
देश की स्वतंत्रता की ,वो बड़ी सेनानी थी। वो तरूणी , वीरांगना झाँसी की महारानी थी। देश की स्वतंत्रता की ,वो बड़ी सेनानी थी। वो तरूणी , वीरांगना झाँसी की महारानी...
नारी हूँ कोई कठपुतली नहीं जो रंगमंच पर खड़ी डोरी से बंधी। नारी हूँ कोई कठपुतली नहीं जो रंगमंच पर खड़ी डोरी से बंधी।