रानी दुर्गावती
रानी दुर्गावती
चन्देल वंश में जन्म लिया,
प्रकाश से जगमगाया चंदेलों के यहां एक दिया,
बचपन से ही गढ़ा एक वीरांगना का किरदार,
लड़कपन में ही सीख लिया चलाना तलवार,
दुश्मनों को दहाड़ कर कहती वो खबरदार,
बचपन से ही अच्छी बनी वो घुड़सवार,
ब्याह हुआ गढ़ मण्डला में,
तब राजकुमारी से रानी बनती,
जो सदैव अपने मन से फैसले लेती,
नाम था उसका रानी दुर्गावती,
मुगल से युद्ध किया,
सबक उनको सिखाया,
दंड दिया रानी ने उनको,
जिसने भी उसकी मातृभूमि की ओर गलत कदम बढ़ाया,
राज्य का केंद्र था जबलपुर,
जहाँ उसने विकास के काम भी किये भरपूर,
मातृभूमि के लिये वीरांगना ने पाई वीरगति,
ऐसी महान हस्ती थी रानी दुर्गावती।
