मेरा भारत महान
मेरा भारत महान
जनाब ये वो भारत है जिसने गुलामी की बेड़ियों में न जाने कितने वर्ष बिताए थे,
लौ बुझ न जाए कहीं आजादी की इसलिये कितने घरों ने अपने चिराग बुझाए थे,
कितने झूले फाँसी पर इसका कोई हिसाब नहीं
जिन्होंने देकर बलिदान लिख डाली यश गाथा जनाब उन्हीं पर कोई किताब नहीं,
ताउम्र दबे रहेंगे बोझ तले शहीद इतना कर्ज़ दे गए हैं
तिरंगा रखना खुद से ऊँचा बस इतना फर्ज दे गए हैं,
भारतीय सेना के होते कोई इसकी तरफ आँख उठा कर भी देखे
बताओ इतना किसी में दम है क्या
जनाब नसीब समझो अपना
हिन्दुस्तान में जन्मे हो किसी रहमत से कम है क्या। । ।