पहले भाई है मेरा
पहले भाई है मेरा
उदास देख नहीं सकता इसलिए रोने नहीं देता
एक बार चैन की नींद सोने नहीं देता
कितना बुलाया पर वो है कि आता नहीं
अकेले चलाता भी है भीड़ में पर खोने नहीं देता
गिराता है पर विश्वास डोलने नहीं देता
डगमगाती है नैया पर डुबोने नहीं देता
हाथ थाम रखा है उसने मेरा, मुझे पूरा विश्वास है
अकेला होकर भी मुझे अकेला होने नहीं देता ।
कभी सपने में आता है
तो कभी आकर चिढ़ाता है
कभी लड्डू गोपाल तो कभी बांके बिहारी के दर्शन कराता है
कभी जगन्नाथ तो कभी स्वप्न में साक्षात दर्शन दे जाता है
मुझे रोता देख नहीं सकता इसलिए सपने में अपने आँसू बहाता है
सच है सबसे ज्यादा प्यार एक वो ही जताता है
खुद तो मक्खन चोर है ही मुझसे भी आम चोरी करवाता है
फ़िर मेरे ही हाथों से भोग वो लगाता है
एक दोस्त एक अग्रज का हक़ वो जामाता है
पहले भाई है मेरा भगवान तो बाद में नजर आता है ।
माना डांटती हूँ तुझे क्यूंकि तुझपर अपना हक़ जताती हूँ
तू ही बता तेरे अलावा किसे अपने दिल का हाल सुनाती हूँ
माना कभी-कभी थोड़ा ज्यादा सताती हूँ
पर यूँ रूठना मत कभी मुझसे
क्योंकि एक तू ही तो है हर हाल में जिसके पास सबसे पहले दौड़ी चली आती हूँ। ।