हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
हम हिंदी भाषी लोग हैं
हिंदी को ही मानते हैं
और हिंदी को ही जानते हैं।
पहला शब्द हमने हिंदी में बोला।
हिंदी में ही मां की लोरी ने हमारे कानों में अमृत घोला।
लेकिन जब कान्वेंट स्कूल से पढ़कर
अंग्रेजी को महिमा मंडित होते देखा
सच मानो कुछ समय के लिए तो हमारा भी मन डोला।
अंग्रेजी में कुछ बोल कुछ सुनकर।
हिंदी से मुख था जो मोड़ा।
खुद को जो सर्वोपरि समझा
और पुरातन से नाता तोड़ा।
लेकिन आज समय वह आया।
जब अपनी संस्कृति पर गर्व हो आया।
हिंदी में ही सरकारी परीक्षा होने लगी।
अपने ही संस्कार और संस्कृति फिर से हमको भाने लगी।
रामायण, महाभारत, वेद, पुराण।
इन पुस्तकों से जब लेने लगे ज्ञान।
वास्तव में अब पूरे संसार ने जाना।
कि हिंदी है सबसे महान।
हिंदी हमें अपनी जड़ों से जोड़ती है।
हिंदी में ही पढ़कर रामायण और भगवद्गीता।
हर कर्म करने को मानव है प्रेरित होता।
हिंदी भाषा करते हैं नमन तुम्हें।
सारे स्वप्न हमने हिंदी में ही देखे हैं।
हम सारे स्वप्न पूर्ण कर पाए परमात्मा अब दो आशीर्वाद हमें।