राष्ट्रीय महिला दिवस
राष्ट्रीय महिला दिवस
महिलाएं हर कदम पे पुरुषों से कंधा से कंधा मिलाती है
यह तथ्य सरोजिनी नायडू जी की जीवनी पढ़ कर बखूबी समझ में आती है
प्रखर प्रतिभा का उदाहरण आप ने १२ वर्ष में कविता लिख कर सबको दिखाया था
आप के जन्मदिवस के रूप में आज महिला दिवस के रूप में पूरा राष्ट्र मनाया था
देश के स्वतंत्रता में भी आप शेरनी बन कर कूद पड़ी
हर भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में आप सदैव सक्रिय रही
आप भारत की प्रथम महिला राज्यपाल कहलाई थी
आप अपने प्रखर बुद्धिमत्ता से भारत की कोकिला कहलाई थी
आपकी नेतृत्व क्षमता को देखकर नेहरू, गांधी भी बड़े आश्चर्य में रहते थे
आपकी प्रतिभा को देख कर ब्रिटिश सरकार भी बड़े सहमे सहमे से रहते थे
1925 में कांग्रेस की अध्यक्ष बनाई गई
अपनी राष्ट्र सेवा के लिए आप कैसर ए हिंद से सम्मानित हुई
लोगों के लिए मिसाल थी आप
साक्षात रणचंडी भवानी की रूप थी आप
2 मार्च को लखनऊ में इस सिंहनी का निर्धन हुआ
इस खबर से पूरे राष्ट्र में शोक का लहर दौड़ गया
सरोजिनी जी के जन्म दिवस को हर 13 फरवरी महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उनके सम्मान में उनके किए गए कार्यों को सदैव याद किया जाता है।