राष्ट्र देवता
राष्ट्र देवता


तुम पर न्योछावर फूल,
केसरिया शीश फूल,
ओ देवता, राष्ट्र के देवता।
तेरी हथेली उठी,
किरणें उगने लगी,
ऋतु हो गई चंपाई,
दिन की सांसें जगी,
तू ने दिया रात को,
गुलाबी सुबह का पता,
ओ देवता, राष्ट्र के देवता।
तुम पर न्योछावर फूल,
केसरिया शीश फूल,
ओ देवता, राष्ट्र के देवता।
तेरी हथेली उठी,
किरणें उगने लगी,
ऋतु हो गई चंपाई,
दिन की सांसें जगी,
तू ने दिया रात को,
गुलाबी सुबह का पता,
ओ देवता, राष्ट्र के देवता।