रामराज्य
रामराज्य
वो मर्यादा पुरुषोत्तम राम का युग
यूं ही रामराज्य नहीं कहलाया।
जब पिता ने पुत्र को
वनवास का आदेश सुनाया
और श्री राम ने सहर्ष
इस आदेश को सिर आँखों लगाया।
वो मर्यादा पुरुषोत्तम राम का युग
यूं ही रामराज्य नहीं कहलाया।
जब माँ सीता ने राजसी वैभव का
कर परित्याग
श्री रामचंद्र के भाग्य को अपना भाग्य बनाया।
और हृदय से प्रफुल्लित हो..
उनके चरण कमलों को स्वर्ग सा आनंद बताया।
वो मर्यादा पुरुषोत्तम राम का युग
यूं ही रामराज्य नहीं कहलाया।
जब अनुज ने अग्रज को ही
अपने जीवन का स्तम्भ बनाया।
और भैया भाभी के आगे
हर बार अपनी पीड़ा को छिपाया।
वो मर्यादा पुरुषोत्तम राम का युग
यूं ही रामराज्य नहीं कहलाया।
जब अयोध्या वासियों ने
अमावस्या की रात
धरा पर अनेकोनेक दीप जलाया।
और श्री रामचंद्र के स्वागत में
अयोध्या को दुल्हन सा सजाया |
वो मर्यादा पुरुषोत्तम राम का युग
यूं ही रामराज्य नहीं कहलाया।
जब माँ सीता ने स्वयं अकेले ही
मर्यादा पुरुषोत्तम राम की मर्यादा में
पुनः वनवास का कदम बढ़ाया।
और धरती माँ से जन्मी माँ सीता ने,
धरती में समाने को पुनः उन्हें बुलाया l
वो मर्यादा पुरुषोत्तम राम का युग
यूं ही रामराज्य नहीं कहलाया।