राहत देती हैं कुछ शाम
राहत देती हैं कुछ शाम
राहत देती हैं कुछ शामें
बस...
उसमें अपनी पसंद शामिल हो...!
ठंडी हवा का झोंका
तुम्हारे साथ की नरमी
दूर कहीं से आती हुई सुमधुर संगीत की धुन
अस्तांचल की ओर जाता हुआ आफताब
किरणों का जल के साथ क्रीड़ा करना
मन को मोहित करती उनकी सुनहली साया
और इन सबके मध्य हम तुम
और शाम की चाय
सच...!
कितना सुकूँ है ना इस कल्पना में...!