प्यारे बापू
प्यारे बापू
बापू सबसे न्यारे थे
हम सबको वो प्यारे थे
प्यार से उनको कहते बापू
राष्ट्रपिता वो हमारे थे
तन पर धोती हाथ में लाठी
और आंखों पर गोल सा चश्मा
सादा जीवन उच्च विचारों
की पद्धति पर उनको था चलना
सत्य अहिंसा के रखवाले
प्रेम का पाठ सिखाने वाले
गोरों से मुक्ति दिलाने वाले
स्वतंत्रता की नींव रखने वाले
ऐसे थे वे विचारों वाले
सबको सन्मति देने वाले
स्वच्छता की जो नींव रखी थी
पूरा उसको करके दिखाया
घर-घर जाकर सबको उन्होंने
ऐसा ही एक पाठ पढ़ाया
सफाई के इस अभियान को
महत्वपूर्ण तरीके से दर्शाया
न जाने कितने आंदोलन
इन्होंने थे कर डाले
और अंग्रेजों की मनमानी पर
लगा दिए थे बड़े से ताले
वस्तु स्वदेशी को अपनाकर
भारत को जो समृद्ध बनाया
चरखा काट कर सूत बनाओ
लोगों को बापू ने सिखाया
बापू ने तो देश के हित में
स्वदेशी वस्तुओं को अपनाया
थे वो देश की शान निराले
वही तो थे देश का चमन
ऐसे ही थे बापू हमारे
बार-बार है इनको नमन
कहलाये तुम राष्ट्रपिता
हे बापू, तुमको है वंदन
