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Prerna Rastogi

Abstract

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Prerna Rastogi

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स्वतंत्रता का त्योहार

स्वतंत्रता का त्योहार

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सर्वप्रथम सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

             

आओ हम सब मिलकर गाए 

ढोल बजाए खुशी मनाएं

सबका मुंह मीठा करवाएं

नाच नाच के सबको बताएं

दिन यह सुहाना हमें है लगता

नाम है जिसका 15 अगस्त

इस दिल मैं फूली न समाई

घर से मैं तो मर मिट जाऊं

क्यूँकि पहचान है मेरी

और यही तो आन है मेरी

वीरों ने कुर्बानी देकर

हिंदुस्तान को किया स्वतंत्र

और गुलामी की जंजीरों

का कर दिया था सर्व अंत

अब देखो इस लाल किले पे

हम झंडा फहराते हैं

स्वर बुलंद और शीश उठाकर

राष्ट्र गान हम गाते हैं

देख के यह लहराता झंडा

धरा भी चौड़ा करती सीना

और गगन भी होता खुश

पशु-पक्षी भी नाचे गाए

नदी प्रकृति धूम मचाए

देशवासियों का यह नारा

झंडा ऊंचा रहे हमारा

इसमें है हम सबकी शान

हर बच्चे की यही है तान

मेरा प्यारा देश महान

रंग का अपना झंडा

हमको यह से सिखलाता है

अमन शांति के साथ रहे सब

एकता का पाठ पढ़ाता है

रहा जग में यह नारा

बच्चों ने भी यही पुकारा

हम सब हैं भारत के वासी

और यह भारतवर्ष हमारा



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