STORYMIRROR

Prerna Rastogi

Inspirational

4  

Prerna Rastogi

Inspirational

शिक्षक होने का गर्व

शिक्षक होने का गर्व

1 min
355

जन्म मेरा तो सफल हो गया

शिक्षक का पद मुझे मिल गया

ज्ञान का दीपक मुझसे जलता

और फिर जग को रोशन करता

शिक्षा की वर्षा मैं करता

जीवन सबका सफल बनता

कर्तव्यों का पाठ पढ़ाता

निर्बल को बलवान बनाता

नहीं मैं रुकता नहीं मैं थकता

राही को सही राह दिखाता

भेदभाव को जड़ से मिटाता

जाति धर्म का बंधन तोड़ता

भावी जीवन का करूं निर्माण

ईश्वर से बड़ा दिया सबने स्थान

आशाओं पर खरा उतरता

विचारों की दिशाएं बदलता

घमंड करा ना खुद पे हर पल

हर कार्य को छोडूं ना कल पर

आदर्शों की राह मैं चुनता

अनुभवों की बात मैं करता

मात पिता और सखा भी मैं हूं

गलती करो तो सुधारक भी हूं

मैं तो हूं बगिया का मालिक 

पुष्पों का रखवाला मैं हूं

देश के भविष्य का मैं निर्माता

और इतिहास को रचना सिखाता

बीड़ा उठाया है मैंने नन्हे पंछियों को

निर्भय होकर उड़ना सिखाने का

गर्व है मुझे स्वयं पर शिक्षक होने का



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational