नहीं गंभीरता से लेता कोई
नहीं गंभीरता से लेता कोई
प्रतिवक्तव्य नहीं है कोई,
प्रतिवाद नहीं करता है कोई।
प्रतिरक्षण की बात पर सुध,
नहीं गंभीरता से लेता कोई।
सेना संग राजनीतिक प्रतिमल्ल नहीं कोई,
प्रतिमूहूर्त साथ नहीं होता कोई।
जातियों के प्रतिपोषक नेता,
समझ ले देश को प्रतिहार चाहिये।
जातियों पर नीतियां नहीं जनमन को,
देश को प्रतिबाधक प्रतिभात चाहिये।