अपने साथ न चलने वालों को यह करता पस्त है यह बेचारा सदैव रहता मौन है अपने साथ न चलने वालों को यह करता पस्त है यह बेचारा सदैव रहता मौन है
जाति धर्म का बंधन तोड़ता भावी जीवन का करूं निर्माण जाति धर्म का बंधन तोड़ता भावी जीवन का करूं निर्माण
किसी के हाथों में तो घर की दीवारों पर चाँद से गोल चक्र में रहता किसी के हाथों में तो घर की दीवारों पर चाँद से गोल चक्र में रहता