अपने साथ न चलने वालों को यह करता पस्त है यह बेचारा सदैव रहता मौन है अपने साथ न चलने वालों को यह करता पस्त है यह बेचारा सदैव रहता मौन है
वो कायर था, नापाक़ था मैं शेरदिल साफ़ था वो खून गंदा बेईमान था मैं वीर अमर फैज़ान था। वो कायर था, नापाक़ था मैं शेरदिल साफ़ था वो खून गंदा बेईमान था मैं वीर अम...