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SHRADDHA SINGH

Romance

4  

SHRADDHA SINGH

Romance

प्यार

प्यार

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प्यार का पता नहीं।

प्यार एक खता नहीं।

प्यार एक सजा नहीं।

प्यार से कड़ा नहीं।

प्यार में दर्द है।

मौसम सा सर्द है।

दूरी है समझता वो।

प्यार में रोया जो।

सुना है प्यार में

अक्सर जुदा ही होते ।

मिले तो किस्मत समझा नहीं तो सजा होते ।

दर्द ,दुश्मन , घर परिवार सब पीछे छोड़ दिया करते है।

जो सच्चा प्यार किया करते है।


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