प्यार वो.....
प्यार वो.....
प्यार वो झरना है जिसको कभी सूखने नही देना चाहिए
हर पल हर वक्त ये झरना बहता रहे तो ही अच्छा है,
प्यार वो फूल है जो हर पल खिले खिले रहे तो ही अच्छा,
गर ये प्यार के फूल मुरझा गए तो जिंदगी बिखर जाएगी,
प्यार वो धरती है जो हर पल नए बीज सींचती रहे तो अच्छा,
गर इस मे नफरत के बीज बो दिए तो धरती रूपी प्यार मुरझा जाएगा,
प्यार वो चाँद है जो हर पल अपनी चाँदनी बिखेरता रहे तो अच्छा,
गर ये अमावस्या की तरह छुप गया या ग्रहण लग गया तो क्या होगा,
प्यार वो सूरज है जो रोज नई उम्मीदे नई सुबह की तरह जगाये तो अच्छा,
गर इस कि तपिस कुछ ज्यादा हो गयी तो भी जिंदगी के लिए नही अच्छा,
प्यार वो सागर है जो हर पल दिलो में भरा रहे तो अच्छा,
गर इसमे तूफान आ गया तो सबकुछ नष्ट हो जाएगा ।

