STORYMIRROR

Zeetu Bagarty

Tragedy Fantasy Inspirational

4  

Zeetu Bagarty

Tragedy Fantasy Inspirational

प्यार लफ्जों में कहाँ

प्यार लफ्जों में कहाँ

1 min
190

इश्क़ किया तुमने तो अब छोड़ के मत जाना,

मुश्किल से दिल सम्भला इसको तोड़ के मत जाना...


साथ तुम्हारे शुरू किया है मैंने जो ये सफ़र,

बीच राह में रास्ते को तुम मोड़ के मत जाना...


लोग कहे एक लड़की होकर लड़की को मैं चाहूँ, 

देखो देकर धोका मुझको लोगों को मत हँसाना...


समलैंगिक ये इश्क़ हमारा मुश्किलों की बाते,

लोगों के तानो का गुस्सा मुझको मत सुनाना...


छोड़ चला सब कुछ साथ तेरे नये सफ़र पे यारा,

 कि छोड़ के मुझको तू कभी अकेला मत कर जाना...


जाने कितने दिल है दुखाये एक तुझे पाने को,

 तू भी तो ये वादा कर मेरा दिल मत दुखाना...


ये समाज ये दुनिया सारी कोशिश करेगी,

पर तू न बिछड़ना मुझसे कभी वरना मैं तो मर जाना...


ये कहते ये लोग अपना तो जिस्म परछाई ,

समलैंगिक लव सच्चा है हमें दुनिया को है दिखाना...


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy