कितनी खास होती हैं ना ये बारिश की बून्दें ! कितनी खास होती हैं ना ये बारिश की बून्दें !
ना मुझें देख तुम्हारा यूँ मुस्कुराना गलत था, ना बातों ही बातों में मुझें सताना गलत था ना मुझें देख तुम्हारा यूँ मुस्कुराना गलत था, ना बातों ही बातों में मुझें सता...
यह कविता टूटे दिल की आवाज़ है। यह कविता टूटे दिल की आवाज़ है।
कुछ कहानीयॉं रास्ते में बनती है तो कुछ अधुरी भी रह जाती है, एसी ही इक कहानी। कुछ कहानीयॉं रास्ते में बनती है तो कुछ अधुरी भी रह जाती है, एसी ही इक कहानी।
उसे इबादत बनाना था पर मिलने से पहले हमारा बिछड़ना तय था। उसे इबादत बनाना था पर मिलने से पहले हमारा बिछड़ना तय था।
देख सजी है महफिल हसीं, बस तेरा आना बाकी है। देख सजी है महफिल हसीं, बस तेरा आना बाकी है।