"ये बारिश की बूंदें...."
"ये बारिश की बूंदें...."
अम्बर से गिरती ये
बारिश की बून्दें
सूरज के तप से झुलसती धरा को
शीतल करती
ये बारिश की बून्दें।
आसमाँ से बिछड़कर
आँसू बहाती
ये बारिश की बून्दें
धरा से मिलने का
जश्न मनाती
ये बारिश की बून्दें।
प्यारा सा संगीत
उत्पन्न करती
ये बारिश की बून्दें
अपने संगीत से मन को
सुकून देती
ये बारिश की बून्दें।
नन्हें से पौधे की मुरझायी हुई पत्तियों को
नया जीवन देती
ये बारिश की बून्दें
किसान के निराश चेहरे पर
मुस्कुराहट लाती
ये बारिश की बून्दें।
माटी संग मिलकर
भीनी-भीनी महक बिखेरती
ये बारिश की बून्दें
खुली खिड़की से छनकर
चेहरे को भिगोती
ये बारिश की बून्दें।
मीलों दूर बैठे किसी अपने की
याद दिलाती
ये बारिश की बून्दें
उसकी याद से नम हुई पलकों का
साथ निभाती
ये बारिश की बून्दें।
सच में
कितनी खास होती हैं ना
ये बारिश की बून्दें !
