प्यार के ख्वाब
प्यार के ख्वाब
लव मैरिज की इजाजत नहीं थी घर में
इश्क तो मुझे हो ही गया था
और जब मैं उसे पसंद आ गए तो
समझो दिल ये खो ही गया था
फिर प्यार इतना गहरा हुआ कि
एक दूसरे की आवाज सुनने को तरसते थे
बस एक रविवार की छुट्टी में ना देखे तो
बस मिलने को भी तड़पते थे
फिर सोचा शादी तो नहीं हो सकती
प्यार करने में फायदा कैसा है
दूसरे दिन लगा प्यार में फायदा
सोचा तो ये कायदा कैसा है
पाच साल बीत गए पता ना चला
डीग्री के बाद सोचा आखरी बार मिलेंगे
क्या पता था दिल में फिर से
वही प्यार के फूल खिलेंगे
मन तो था कि भाग कर
शादी करके घर बसा लेते हैं
फिर सोचा खुश कैसे रहेंगे
अगर परिवार को धोखा हम देते हैं
दोनों ने अपने परिवार को बताया पर
हुआ वही जो हमने सोचा था
हम तो रह ही नहीं पाए क्योंकि
इस दिल में ही सारा लोचा था
उस दिन से ही लाख मनाएं लोग पर
दोनों ने शादी नहीं किया इंतजार में
परिवार भी समझ गया था अब
कि क्या राज था हमारे इनकार में
अब सालों बाद शादी हो चुकी है हमारी
तभी तो तुम्हें हम बता रहे हैं
हिम्मत मत हारना तुम भी अगर
प्यार के ख्वाब तुम्हें सता रहे हैं।