STORYMIRROR

Pooja Srivastav

Romance Classics Fantasy

4  

Pooja Srivastav

Romance Classics Fantasy

प्यार का वादा

प्यार का वादा

1 min
385

लेते हो जब मेरा हाथ तुम अपने हाथों में...

मेरे हाथों की लकीरें ,

तुम्हारे हाथों की लकीरों से मिल‌के,

बुनतीं हैं ख़्वाब कई.....


कुछ ख़्वाब मुकम्मल हो गए..

कुछ ख़्वाब रह गए हैं अधूरे। 

वादा करो लेके मेरा हाथ अपने हाथों में ..

ना छोडोगे, इस जहां में मुझे तुम अकेला...


जब तक रहेंगी मेरी सांसें,

हाथ मेरा रखोगे, तुम थामें....

ना होंगें कभी हम, एक दूजे से जु़दा

क्यूं, करते हो न, यह वादा मुझसे तुम।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance