इक खत् पापा (पिता) के नाम❤️
इक खत् पापा (पिता) के नाम❤️


पापा, क्या लिखूं इनके बारे में..
जिन्होंने हमारे जन्म के बाद से सुकून की नीद ही नहीं ली ।
हमारे सपनों को पूरा करने के लिए....
अपने हर सपने भुला दिये आपने।
हमारे हर शौक को पूरा करने के लिए...
अपनी ज़रूरतों को भी कम कर लिए आपने,
पापा, आपको कभी अपने लिए फ़र्माशियें करते नहीं,
सुना मैने...
आप हमारी फ़र्माशियें पूरी करने में इतने व्यस्त हुए और हमें हमारी पढ़ाई में व्यस्त किया,
कि हम आपकी आंखों की थकान भी ना देख पाये।
मां को तो कभी रोते देखा भी मैंने,
पर आपको अक्सर मुस्कान के पीछे अपने आसुओं को छुपाते देखा है मैने।
ना जाने कितनी मुसीबतों को झेलते हुए,
हमारे हर सपने पूरे किये आपने।
हर पल हर सांस मेरी आपको याद करती है पापा,
मेरी हिम्मत मेरी शक्ति मेरे अभिमान हो आप...