प्यार का इज़हार
प्यार का इज़हार
सुना था लोगो से जब किया है प्यार तो इज़हार भी जरूरी है ।
पर वक्त कहां था अपना ऐसा ???
प्यार होने से पहले ही विवाह की बात आ गयी ।
करने से पहले इज़हार, मुन्ना -मुन्नी की सौगात आ गयी ।
तीन लफ्जों के बीच में नून तेल लकड़ी की याद आ गयी ।
भूल गये राग-रंग भूली मसखरी भाव आटा-दाल रह गये
इस आपा-धापी के बीच में आई लव यू का इज़हार कहां खो गया ??
आहिस्ता-आहिस्ता इज़हार क्या,प्यार नशा ही सुरूर बन गया
अब तो जीवन की इस वय मे हो गया अपना ऐसा हाल।
लाली मेरे लाल की जीत देखूं तित ऐसी लाल
लाली देखन मैं गई मैं भी हो गई लाल।।