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जुलाई में बहते बारिश जलधार, खुशियों ने ली उमंग की बौछार जुलाई में बहते बारिश जलधार, खुशियों ने ली उमंग की बौछार
बूढ़े बरगद तले बच्चों की वे टोली, हँसी-ठिठोली में बीतती थी होली। बूढ़े बरगद तले बच्चों की वे टोली, हँसी-ठिठोली में बीतती थी होली।
तेरा खेल कुछ पल का है। बस छिन्न-भिन्न से हल्का है तेरा खेल कुछ पल का है। बस छिन्न-भिन्न से हल्का है
कभी जिम्मेदारी रहे कर्तव्य भार, तो कभी समाज के ताने बेकार। कभी जिम्मेदारी रहे कर्तव्य भार, तो कभी समाज के ताने बेकार।
बीते पल कुछ जो दुख-दर्द दे गए, 2025 के सूरज से धीरे ढल गए। बीते पल कुछ जो दुख-दर्द दे गए, 2025 के सूरज से धीरे ढल गए।
आपकी कविताओं में साहस की तपन , आपकी कविताओं में साहस की तपन ,
सिखाया ये, कि सभी कठिनाई, बस सोच की होती एक परछाई। सिखाया ये, कि सभी कठिनाई, बस सोच की होती एक परछाई।
धरती की गोद गाते गीत दीवाने, कभी तप्त कदम , छांव दे मुहाने। धरती की गोद गाते गीत दीवाने, कभी तप्त कदम , छांव दे मुहाने।
राम नाम रस पीने वाले, भवसिंधु से उतरें। राम नाम रस पीने वाले, भवसिंधु से उतरें।
उलझन को सुलझाने का ये हुनर, इन धागों में छिपे जीवनी मुहर। उलझन को सुलझाने का ये हुनर, इन धागों में छिपे जीवनी मुहर।